✝️ येशु की मृत्यु: सबसे बड़ा बलिदान

क्योंकि मनुष्य का पुत्र तो सेवा करवाने नहीं आया, बल्कि सेवा करने आया है। बहुतों के छुटकारे के लिए वह अपना जीवन देगा।” — मरकुस 10:45
येशु केवल सिखाने या चंगा करने के लिए नहीं आए, बल्कि मानव जाति को बचाने के लिए अपना जीवन देने आए। क्रूस पर उनकी मृत्यु वास्तविक थी, जिसे कई लोगों ने देखा, और धर्मग्रंथों में इसकी भविष्यवाणी की गई थी। यह पाप को क्षमा करने, हमें परमेश्वर के पास वापस लाने और अनंत जीवन का मार्ग खोलने के लिए परमेश्वर की योजना का केंद्र था।
निम्नलिखित खंड बताते हैं कि येशु कैसे और क्यों मरे, पुराने नियम ने इसके बारे में क्या कहा, और क्यों उनकी क्रूस पर चढ़ाई आज मायने रखती है।